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वाराणसी। आयुष्मान भारत-प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना व आयुष्मान भवः अभियान के अन्तर्गत जनपद में 26 दिसंबर से पात्र गृहस्थी राशन कार्ड धारकों के आयुष्मान कार्ड बनाने के लिए विशेष पखवाड़ा चलाया जा रहा है। यह अभियान 10 जनवरी तक चलेगा।

मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ० संदीप चौधरी ने बताया कि प्रमुख सचिव चिकित्सा स्वास्थ्य परिवार कल्याण के आदेश के अनुसार जनपद में आयुष्मान भारत योजना के अंतर्गत 10 जनवरी 2024 तक विशेष पखवाड़ा का संचालन किया जा रहा है। यह अभियान 26 दिसंबर 2023 को शुरू हुआ था, जिसमें पात्र गृहस्थी राशन कार्ड धारकों के आयुष्मान कार्ड बनाए जा रहे हैं। समस्त राजकीय चिकित्सालयों तथा ब्लॉक स्तरीय प्राथमिक व सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर स्थित आयुष्मान काउंटर के जरिये पात्र लाभार्थियों के आयुष्मान कार्ड बनाए जा रहे हैं। सीएमओ ने बताया कि जनपद में योजना के अंतर्गत लक्षित 12.82 लाख पात्र लाभार्थियों के सापेक्ष अबतक 9.85 लाख लाभार्थियों के आयुष्मान कार्ड बनाए जा चुके हैं। उन्होंने सभी पात्र लाभार्थियों से अपील की है कि वह अपना आयुष्मान कार्ड बनवा लें ताकि जरूरत पड़ने पर योजना का लाभ ले सकें।

योजना के नोडल अधिकारी व उप मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ० आरके सिंह ने बताया कि लक्षित लाभार्थियों की वार्ड-वार सूची सरकारी राशन की दुकानों पर कोटेदारों को उपलब्ध करा दी गई है। साथ ही स्थानीय आशा कार्यकर्ताओं को भी सूची उपलब्ध करा दी गई है, जिससे आयुष्मान योजना के छूटे हुये लाभार्थियों को आसानी से सूचित कर उनके आयुष्मान कार्ड बनाए जा सकें। योजना का लाभ पाने के लिए लाभार्थी का नाम सामाजिक आर्थिक जनगणना 2011 में नाम हो, छह या छह से अधिक यूनिट का राशन कार्ड हो, अंत्योदय लाल कार्ड, श्रम कार्ड (जो अक्टूबर 2019 से अक्टूबर 2020 के बीच बना हो) होना अनिवार्य है। उन्होंने बताया कि योजना के अंतर्गत सभी पात्र लाभार्थियों को आयुष्मान कार्ड बनवाने के लिए राशन कार्ड के साथ आधार कार्ड ले जाना अनिवार्य है। उन्होंने बताया कि विकसित भारत संकल्प यात्रा व आयुष्मान आपके द्वार 3.0 के अन्तर्गत नगर व ग्रामीण क्षेत्र में शिविर लगाकर पात्र लाभार्थियों के आयुष्मान कार्ड बनाए जा रहे हैं।

जिला कार्यान्वयन इकाई के जिला सूचना प्रणाली प्रबन्धक नवेन्द्र सिंह ने बताया कि योजना का लाभ प्राप्त करने के लिये प्रत्येक पात्र लाभार्थी के पास आयुष्मान कार्ड होना अनिवार्य है। हर लाभार्थी को आयुष्मान कार्ड उपलब्ध कराने के लिये सघन अभियान चलाया जा रहा है। उन्होंने बताया कि जनपद में सरकारी व निजी समेत करीब 191 चिकित्सालय योजना से जुड़े हैं, जहां योजना के अंतर्गत प्रति पात्र लाभार्थी परिवार पाँच लाख रुपये तक के इलाज की सुविधा प्राप्त कर सकता है। योजना के अंतर्गत जनपद में अब तक 1.08 लाख लाभार्थी उपचार का लाभ ले चुके हैं।

ऐसे बना मेरा आयुष्मान कार्ड : उमेश रस्तोगी (63) ने बताया “मैं जब अपना राशन कार्ड और आधार कार्ड लेकर शहर सीएचसी दुर्गाकुंड पहुंचा तो वहाँ तैनात आयुष्मान मित्र ने मेरा राशन कार्ड नंबर आयुष्मान एप पर अंकित किया। इससे मेरा नाम योजना में प्रदर्शित होने लगा। इसके तुरंत बाद मेरा आयुष्मान कार्ड बन गया। अब मैं बहुत खुश हूँ कि मेरा आयुष्मान कार्ड बन गया और अब जरूरत पड़ने पर इसका लाभ उठा सकूँगा”।

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