Mon. May 13th, 2024

वाराणसी। ऑल इंडिया इंस्टीट्यूट ऑफ आयुर्वेद नई दिल्ली के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ० गालिब ने बृहस्पतिपार को राजकीय आयुर्वेद चिकित्सालाय, चौकाघाट में संचालित इंस्टीट्यूट ऑफ एप्लाइड डर्मेटोलॉजी (आईएडी) केंद्र का निरीक्षण किया और फाइलेरिया रोगियों का हाल जाना।

उन्होंने तेलियाबाग निवासी फड़लेरिया रोगी इंदु देवी व राजेश प्रसाद, महमूरगंज की लीलावती, रेलवे कॉलोनी राजघाट की वीरू पाल और फुलवरिया निवासी राधेश्याम से मुलाकात कर उनके घर जाकर उनके उपचार के बारे में जानकारी ली।
सभी रोगियों ने फाइलेरिया प्रभावित अंगों की समुचित देखभाल और नियमित योग से जीवन में आए बदलाव के बारे में विस्तार से बताया।

डॉ० गालिब ने कहा कि वर्षों से फाइलेरिया (हाचीपांव) को असहनीय पीड़ा के साथ जीवन गुजार रहे गंभीर रोगियों के जीवन को आसान बनाने की हरसंभव कोशिश में इंस्टीट्यूट ऑफ़ एप्लाइड डर्मेटोलॉजी (आईएडी) संस्था जुटी है। आयुर्वेद, एलोपैथी और योग की एकीकृत पद्धति से फालेरिया रोगियों के उपचार में जुटी संस्था ने उत्तर प्रदेश के वाराणसी और लखनऊ में उपचार केंद्र की शुरुआत की है। सामान्य व्यायाम से सूजन में कमी आने के साथ ही एक्यूट अटैक से भी बचाव होता है।

आईएडी संस्था के डॉ० गुरु प्रसाद ने बताया कि पिछले साल पांच मार्च में शुरू हुए वाराणसी केंद्र से अब तक 222 फाइलेरिया रोगी का उपचार किया जा चुका है। इस मौके जिला मलेरिया अधिकारी शरद चंद पाण्डेय, तकनीकी अधिकारी प्रज्ञा त्रिपाठी एवं आईएडी का समस्त स्टाफ मौजूद था। वाराणसी उपचार केंद्र पर सुविधा का लाभ उठाने के लिए मोबाइल नम्बर 9567283334 सम्पर्क कर सकते हैं

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