काशी के नाविक ने लग्जरी क्रूज तैयार करके इतिहास रच दिया हैं। दो नाविक भाईयों के द्वारा तैयार कराया गया यह क्रूज लग्जरी क्रूजलाइनर कंपनी को टक्कर देने के लिए तैयार हैं। दोनों नाविक भाई पारंपरिक नावों के निर्माता की मदद से क्रूज को तैयार किए हैं । इन्होंने अपनी सारी बचत और कीमती सामानों को क्रूज बनाने पर लगा दिया है। स्थानीय स्तर पर निर्मित क्रूजलाइनर की लागत लगभग 75 लाख रुपये बताया जा रहा हैं और अब यह स्वदेशी क्रूज देव दीपावली पर पर्यटकों को घुमाने के लिए तैयार हैं।
फंड जुटाने के लिए आभूषण तक गिरवी रखने पड़े
अजय माझी ने कहा कि पीढ़ियों से हम लोग नाव संचालन का काम करते हैं। 2016 में मेरे पिता केशवनाथ माझी का निधन हो गया, तब हमारे पास एक बड़ी डीजल नाव और तीन मैनुअल नावें थीं। उसके बाद मैं और मेरे भाई सोनू ने अपने व्यापार नाव संचालन के विस्तार की योजना बनाई। सोनू ने कहा कि हमने पैसे की व्यवस्था करने के लिए आभूषण गिरवी रखकर गोल्ड लोन लिया। बैंक से ज्यादा लोन लिया और परिवार की बचत जोड़ी। सोनू ने कहा कि यह बहुत बड़ा रिस्क था, लेकिन जैसे-जैसे पर्यटन क्षेत्र में व्यवसाय बढ़ रहा था तो हमने अपने सहयोगियों के साथ मिलकर क्रूज ऑपरेटरों के साथ प्रतिस्पर्द्धा करने की ठानी। उन्होंने कहा कि आज बाबा विश्वनाथ की आशीर्वाद से हमारा सपना पूरा हुआ और आज क्रूज तैयार से मां गंगा के गोद में दौड़ने के लिए।
देव दीपावली के दिन से गंगा की लहरों में चलेगी विश्वनाथम क्रूज
काशी में तैयार क्रूज का नाम “विश्वनाथम क्रूज” रखा गया है इसको तैयार करने में कुल 8 महीने का समय लगा। देव दीपावली के दिन यह क्रूज मां गंगा की गोद में दौड़ेगी और देश-विदेश से आने वाले पर्यटकों को वाराणसी के विभिन्न घाटों से रूबरू कराएगी। नविको ने क्रूज को फूल और रंग-बिरंगे लाइटों से सजाया है और क्रूज के सामने एक जीटी भी तैयार की है। जिससे आने वाले पर्यटक आराम से क्रूज पर सवार हो सके।
दिन में तीन बार लगेगा चक्कर
अजय ने बताया कि सुबह के समय पर्यटकों के लिए यह वोट 450 रूपए एवं शाम को गंगा आरती देखने के साथ का 550 रूपए प्रति व्यक्ति बुक होगा। उन्होंने बताया कि यह वोट कोई भी आ कर बुक कर सकता हैं इसके लिए आने वाले समय में इसको आनलाइन भी बुक कराया जा सकेगा। उन्होंने कहा है कि इसमें बैठने के लिए पर्यटकों में काफी उत्साह देखने को मिल रहा है वह अभी से ही इसका चार्ज और घूमने का समय पूछ रहे हैं।
स्थानीय लोगों ने कहा काशी के लिए गर्व की है बात
स्थानीय निवासी सत्यप्रकाश ने बताया कि यह बनारस के लिए गर्व करने वाली बात है कि बनारस का जो मांझी समाज है उन्होंने यह क्रूज तैयार किया है। बनारस का यह ऐसा पहला क्रूज है जो बनारस में ही बनकर तैयार हो रहा है। यह अलकनंदा की तर्ज पर ही तैयार किया हैं । जैसा अलकनंदा है, ठीक वैसा ही इसे तैयार किया गया हैं। अलकनंदा क्रूज बनारस के बाहर तैयार हुआ है उन्होंने एक और खासियत बताई कि यह क्रूज अलकनंदा क्रूज से बेहद कम रेट पर यात्रियों को बनारस की सैर कराएगा। इससे यहां के लोकल यात्री भी इससे सफर कर सकेंगे।