वाराणसी। नेशनल सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल (एनसीडीसी) भारत सरकार की टीम ने बुधवार को चोलापुर ब्लॉक एवं जैतपुरा क्षेत्र में संचालित राष्ट्रीय वेक्टर जनित रोग नियंत्रण कार्यक्रम के अन्तर्गत संचालित फाइलेरिया उन्मूलन के लिए सामूहिक दवा सेवन कार्यक्रम ट्रिपल ड्रग थेरेपी आईडीए अभियान का निरीक्षण किया। टीम ने चोलापुर ब्लॉक में अभियान के प्रति संतुष्टि प्रकट की लेकिन जैतपुरा क्षेत्र के ईश्वरगंगी इलाके में अधिक से अधिक लोगों को जागरूक कर फाइलेरिया से बचाव की दवा सेवन कराने का सुझाव दिया। साथ ही शहरी क्षेत्र में स्वास्थ्यकर्मियों द्वारा किए जा रहे कार्यों को सुदृढ़ करना जरूरी है।
केंद्रीय टीम ने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र चोलापुर पर सामूहिक दवा सेवन कार्यक्रम के विषय में जानकारी प्राप्त किया। टीम ने जगदीशपुर और मुरलीपुर ग्राम में एमडीए अभियान के दौरान दवा सेवन का स्थलीय निरीक्षण किया तथा वहां फाइलेरिया रोगियों से सरकार सुविधाओं के विषय में जानकारी प्राप्त की। उन्होंने अभियान मेन कार्यरत स्वास्थ्य कर्मियों की टीम की प्रशंसा की तथा फाइलेरिया रोगियों को मोर्बिडिटी मैनेजमेंट एंड डिसेबिलिटी प्रिवेंशन (एमएमडीपी) किट वितरित किए जाने के बारे में भी जानकारी ली। केंद्रीय टीम ने शहरी क्षेत्र जैतपुरा के ईश्वरगंगी वार्ड पहुँचकर स्वास्थ्यकर्मियों द्वारा किए आए कार्यों का भी निरीक्षण किया। इसके बाद केंद्रीय टीम ने मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय पहुँचकर एसीएमओ व नोडल अधिकारी डॉ एसएस कनौजिया को भ्रमण की विस्तृत जानकारी दी। इसके साथ ही टीम ने फाइलेरिया आईडीए कार्यक्रम के पोस्ट असेसमेंट पर भी चर्चा की।
भारत सरकार की टीम में डॉ० मानिक रिलन, डॉ० ज़री अंजुम एवं पीसीआई से डॉ० सोमनाथ बनर्जी शामिल रहे। टीम के साथ एसीएमओ व नोडल अधिकारी डॉ० एसएस कनौजिया, चोलापुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के अधीक्षक डॉ० आरबी यादव, बायोलोजिस्ट डॉ० अमित कुमार सिंह, डब्ल्यूएचओ के जोनल कोऑर्डिनेटर डॉक्टर मंजीत सिंह चौधरी, सीफार के प्रतिनिधि मौजूद रहे।
इस दौरान ग्राम प्रधान राजकुमार व हरिओम, फाइलेरिया पेशेंट प्लेटफॉर्म के सदस्य राजापाल व अवधराज, वालंटियर सुनील कुमार व डॉ० अशोक कुमार गुप्ता, आशा कार्यकर्ता सावित्री, हीरावती एवं दुर्गावती उपस्थित रहीं।