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वाराणसी। जिलाधिकारी एस राजलिंगम ने बुधवार देर शाम को कैंप कार्यालय पर बच्चों के पोषण स्वास्थ्य स्थिति व स्वच्छता में सुधार लाने के उद्देश्य से “हैलो डॉक्टर दीदी” कार्यक्रम का शुभारंभ किया। इस दौरान मुख्य विकास अधिकारी हिमांशु नागपाल भी उपस्थित रहे। इस मौके पर जिलाधिकारी ने कार्यकम के अंतर्गत ‘इंटरएक्टिव वॉइस रिस्पाँस सिस्टम (आईवीआरएस)’ के निर्धारित मोबाइल नंबर 07878781003 पर मिस्ड कॉल भी किया, जिसके माध्यम से उनके नंबर पर पोषण, स्वास्थ्य व स्वच्छता के संदेश दिए जाएंगे।

जिलाधिकारी ने कहा कि यह कार्यक्रम प्रदेश सरकार व बाल विकास सेवा एवं पुष्टाहार (आईसीडीएस) विभाग के संयुक्त प्रयास तथा हिंदुस्तान यूनीलीवर लिमिटेड, द पावर ऑफ न्यूट्रिशन एंड कारगिल के सहयोग से शुरू किया गया। राष्ट्रीय पोषण अभियान के तहत ग्रुप एम के माध्यम से कुपोषण को दूर करने में यह कार्यक्रम बेहद अहम साबित होगा। उन्होंने कहा कि पाँच वर्ष से कम उम्र के बच्चों में पोषण और संक्रमण के बीच सीधा संबंध है। यदि बच्चा संक्रमण से पीड़ित है, तो वह कुपोषण की श्रेणी में आ सकता है। यदि बच्चा कुपोषित है, तो वह निश्चित रूप से किसी न किसी संक्रमण से ग्रसित होगा। ऐसे में इस कार्यक्रम के जरिये हाथ धोने की आसान सी आदत और बच्चों व माताओं को संतुलित एवं पौष्टिक आहार की जानकारी से उनमें कुपोषण तथा संक्रमण दोनों को कम किया जा सकता है।

पोषण, स्वास्थ्य, स्वच्छता के लिए मिलेगा अनुकूल वातावरण : इस कार्यक्रम के माध्यम से गर्भवती महिलाओं, छह वर्ष से कम उम्र के बच्चों की माताओं के बीच पोषण, स्वास्थ्य और स्वच्छता के लिए अनुकूल वातावरण मिलेगा जो हेलो डॉक्टर दीदी प्रोजेक्ट का प्रमुख उद्देश्य है। यह प्रोजेक्ट का वाराणसी समेत उत्तर प्रदेश के छह जनपद यथा गोंडा, जौनपुर, बरेली, रायबरेली, बदायूँ, और हमीरपुर में शुरू हो चुका है। इस प्रोजेक्ट के तहत स्वास्थ्य, पोषण और स्वच्छता पर सामुदायिक बैठक करके लक्षित लाभार्थियों को जागरूक किया जाएगा। प्रोजेक्ट के तहत आईवीआरएस प्रणाली भी विकसित की गई है जिसके माध्यम से लाभार्थियों के मोबाइल नंबर पर संदेश दिए जाएंगे।

ऐसी होगी डिजिटल प्रणाली : आईवीआरएस के तहत निःशुल्क मिस्ड कॉल नंबर 07878781003 की सुविधा के साथ एक मोबाइल आधारित सेवा बनाई गई है। नंबर पर मिस कॉल देकर लक्षित लाभार्थियों को ‘हैलो डॉक्टर दीदी’ कार्यक्रम में पंजीकृत करना जरूरी होगा, जिसके बाद उन्हें पोषण, स्वास्थ्य एवं स्वच्छता विषय पर जानकारी प्रदान की जायेगी। लाभार्थियों व उनके अभिभावकों को आईवीआरएस प्रणाली के अन्तर्गत फोन कॉल तथा अंतर वैयक्तिक संचार (इंटर पर्सनल कम्यूनिकेशन) के माध्यम से जानकारी दी जायेगी। ग्रुप एम के क्षेत्रीय स्तर के कार्यकर्ताओं द्वारा इस सम्बन्ध में फीडबैक भी प्राप्त करेंगे। आशा, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और ग्राम प्रधान लोगों के बीच इस मिस्ड कॉल नंबर सेवा को बढ़ावा देंगे।

इस मौके पर आईसीडीएस के जिला कार्यक्रम अधिकारी दिनेश कुमार सिंह, एसीएमओ डॉ० संजय राय, पंचायत राज और शिक्षा विभाग के जिला स्तरीय अधिकारी, समस्त सीडीपीओ, प्रभारी चिकित्सा अधिकारी, चिकित्सा अधीक्षक और एडीओ पंचायत भी उपस्थित रहे। इसके अलावा ग्रुप एम के राज्य स्तर के अधिकारी व उनके फील्ड स्टाफ भी मौजूद रहे। ग्रुप एम के राज्य कार्यक्रम प्रबन्धक सुनील कुमार ने प्रोजेक्ट का विवरण प्रस्तुत किया।

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