वाराणसी। प्रधानमंत्री टीबी मुक्त भारत अभियान व राष्ट्रीय क्षय उन्मूलन कार्यक्रम के अंतर्गत बृहस्पतिवार को जनपद के काशी विद्यापीठ ब्लॉक के लखमीपुर में टीबी मुक्त पंचायत अभियान के लिए स्वास्थ्य शिविर का आयोजन किया गया। यह शिविर स्वास्थ्य विभाग व पीरामल फ़ाउंडेशन के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित हुआ। वाराणसी के सभी आठों ब्लॉक में टीबी मुक्त पंचायत अभियान का कार्य निरंतर संचालित किया जा रहा है।
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र काशी विद्यापीठ के अधीक्षक डॉ० आरo बीo सिंह के नेतृत्व में आयोजित स्वास्थ्य शिविर में टीम ने 40 लोगों की जांच की, जिसमें पाँच व्यक्तियों में संभावित टीबी के लक्षण पाये गए। इन सभी व्यक्तियों को स्क्रीनिंग व जांच के लिए रेफर किया गया। इस दौरान डॉ आरo बीo सिंह ने कहा कि टीबी के जीवाणु रोगी के खाँसने, छींकने और थूकने से हवा में फैल जाते हैं और साँस लेने से स्वस्थ व्यक्ति के फेफड़े में पहुँच कर रोग उत्पन्न करते हैं। इसलिए इस अभियान में टीबी के लक्षण युक्त (संभावित रोगियों) सभी व्यक्तियों को जांच अवश्य करानी चाहिए। उन्होंने सभी सहयोगी संस्थाओं से अपील की है कि समस्त ग्राम पंचायतों पर स्क्रीनिंग, जांच, निदान व सम्पूर्ण उपचार पर पूरा ज़ोर दें। इसके साथ ही ग्राम प्रधान, सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी (सीएचओ), सहायक समेत आशा-आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं से समन्वय स्थापित कर समुदाय में लोगों को जागरूक करें।
पीरामल फ़ाउंडेशन से डीपीएल अरविन्द गुप्ता ने कहा कि संस्था ग्राम प्रधान के साथ मिलकर पंचायत स्तर पर समुदाय को टीबी के लक्षण, स्क्रीनिंग, जांच, निदान, उपचार, पोषण व भावनात्मक सहयोग आदि को लेकर जागरूक कर रही है।
इस मौके पर पीरामल फ़ाउंडेशन टीम से अवनीश राय, सूरज पटोले व सारस फाउंडेशन की पूरी टीम, सामाजिक सेविका विद्या देवी, कम्युनिटी हेल्थ ऑफिसर (सीएचओ) सीमा गुप्ता, एएनएम मीरा सिंह, आशा, समाज सेवी अनरजीत सहित अन्य लोग उपस्थित रहे।
इन बातों का रखें ध्यान
– दो हफ्ते या उससे अधिक खाँसी, खाँसी के साथ बलगम आना, रात में पसीना आना, भूख न लगना और वजन में लगातार गिरावट आदि लक्षण हैं तो टीबी हो सकती है। ऐसे लक्षण नजर आने पर तुरन्त नजदीकी स्वास्थ्य केन्द्र पर सम्पर्क करें।
– टीबी की समस्त आधुनिक जाँच एवं सम्पूर्ण उपचार समस्त सरकारी स्वास्थ्य केन्द्रों पर उपलब्ध है।
– अधिक जानकारी के लिए टोल फ्री नम्बर 1800-11-6666 पर संपर्क कर सकते हैं और टीबी आरोग्य सेतु एप को भी डाउनलोड कर सकते हैं।